पिंटू - मै दुनिया में दो लोगो कि इज्ज़त करता हूँ............................
चिंटू - पहला तो मै हूँ.......... मुझे पता है..................पर दूसरा कौन है ???????
चिंटू - सुना है तुम्हारी पत्नी तुम्हारी पूजा करती है ?
पिंटू - हाँ वह जो भी मेरे आगे रखती है जला के रखती है.........................
चिंटू - सुना है आपकी पत्नी बड़े खानदान से आई है ????????
पिंटू - आई है नहीं बहुत बड़ा खानदान लाई है.........................
चिंटू - एक लेखक ने लिखा है कि पति को भी घर के मामले में बोलने का हक होना चाहिए...................
पिंटू - वह बेचारा भी लिख ही सका बोल नहीं सका......................................
चिंटू - मारे गए मेरा पर्स घर पर ही छुट गया..........................
पिंटू - अरे तुम तो कहते थे तुम्हारा नौकर बड़ा ईमानदार है....................
चिंटू - तभी तो वो मेरा पर्स उठाकर मेरी पत्नी को पकड़ा देगा.............................और वह पर्स
का सारा मॉल उड़ा देगी..................................
ये हंसी आई न आपके चहरे पर........................................
दीपक
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