शमा के पीछे परवाने चले आते है.
तुम्हे याद न आयी खैर. आना मेरी मौत पर.
उस दिन तो बेगाने भी चले आते है.
लम्हा लम्हा इंतजार किया उस लम्हे के लिए
और वो लम्हा आया भी तो बस एक लम्हे के लिए,
गुज़ारिश यही है खुदा से के काश वो
लम्हा फिर से आये एक लम्हे के लिए.
मोमबती के अन्दर का धागा बोला,
मै जलता हूँ तो तू क्यों पिगलती है?
मोमबती बोली , जिसको दिल में जगह दी हो वो
बिछडें तो आंसू तो निकलते है.
सोच लेने से पहले मैं क़र्ज़ देता हूँ
शायरी में यारों दिल के राज़ खोल देता हूँ
कुछ अपनी कुछ उनकी कहानी बहुत हैं
मिला मिला कर किस्से में दुनिया को बोल देता हूँ ..!!!
तेरे बिछडनें का दुःख हम सह नहीं सकते,
भरी महफ़िल में कुछ कह नहीं सकते,
हमारे गिरते आंसू पकड़ के देख,
वो भी कहेंगे हम तेरे बिना रह नहीं सकते…
2) मेरे महबूब तू ने तो साथ मेरा छोड़ दिया…
हाँ मगर प्यार मेरे दिल से जुदा हो न सका…
याद आते हैं मुझे बीते हुए वो लम्हे..
जो तेरे साथ हँसते हुए बीते थे कभी…
जो तेरे साथ हँसते हुए बीते थे कभी…
राज हर एक पे अपनी मुहब्बत का आया…
मुझको फरहद कहा था तुझको श्री ये जहाँ…
मुझको फरहद कहा था तुझको श्री ये जहाँ…
प्यार की राह में एक मोड़ यहाँ ऐसा मिला…
हम सफ़र साथ जहाँ तेरा मेरा छूट गया…
हम सफ़र साथ जहाँ तेरा मेरा छूट गया…
मेरे महबूब तू ने तो साथ मेरा छोड़ दिया…
हाँ मगर प्यार मेरे दिल से जुदा हो न सका
हाँ मगर प्यार मेरे दिल से जुदा हो न सका
बहुत बढ़िया............................................गजब
दीपक
बेहद खूबसूरत भाव भरे हैं…………मेरे गिरते आँसू पकड कर तो देख्………………क्या बात है।
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